बुधवार को सोने की कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई। मुंबई में 24 कैरेट सोने की कीमत 10 ग्राम के हिसाब से 81,220 रुपये पर पहुंच गई। यह पिछले दिन की तुलना में 10 रुपये कम है। इसी प्रकार चांदी के भाव में भी नरमी का रुख देखा गया, जिसकी कीमत प्रति किलो 96,400 रुपये पर स्थिर हो गई है।
विभिन्न शहरों में सोने के दाम
भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में विविधता देखी जा रही है। राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 81,370 रुपये प्रति 10 ग्राम है। लखनऊ में भी यही कीमत चल रही है। दक्षिण भारत के प्रमुख शहर बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में सोने की कीमत एक समान 81,220 रुपये है। पश्चिम भारत में अहमदाबाद में सोना 81,270 रुपये में मिल रहा है, जबकि पुणे में 81,220 रुपये का भाव चल रहा है।
कीमतों में अंतर का कारण
सोने की कीमतों में शहर-दर-शहर जो अंतर दिखाई देता है, उसका मुख्य कारण स्थानीय कर व्यवस्था है। प्रत्येक राज्य की सरकार अपने हिसाब से सोने पर टैक्स लगाती है। इस स्थानीय कर की दरों में अंतर के कारण ही अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतें भिन्न होती हैं। यह एक महत्वपूर्ण कारक है जो स्थानीय बाजार की कीमतों को प्रभावित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
भारतीय सोना बाजार पर केवल घरेलू कारक ही नहीं, बल्कि वैश्विक गतिविधियां भी गहरा प्रभाव डालती हैं। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट जैसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ता है। यह वैश्विक संबंध भारतीय सोना बाजार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार से जोड़ता है।
कीमत निर्धारण प्रक्रिया
सोने की वैश्विक कीमतों का निर्धारण लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा किया जाता है। यह संस्था अमेरिकी डॉलर में सोने की कीमत तय करती है, जो दुनिया भर के बैंकरों और बुलियन व्यापारियों के लिए मानक के रूप में काम करती है। भारत में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयात शुल्क और अन्य करों को जोड़कर खुदरा विक्रेताओं के लिए कीमतें तय करता है।
भविष्य का परिदृश्य
2024 में कई महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाओं के कारण सोने की मांग में वृद्धि देखी गई, जिसने कीमतों को प्रभावित किया। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में भी सोना एक आकर्षक निवेश विकल्प बना रहेगा। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों में तेजी आ सकती है। इसलिए वर्तमान समय में आने वाली किसी भी गिरावट को खरीदारी का अच्छा अवसर माना जा रहा है।
निवेशकों के लिए सुझाव
वर्तमान बाजार परिस्थितियों में निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की आवश्यकता है। कीमतों में आने वाली गिरावट का लाभ उठाते हुए, लंबी अवधि के निवेश की दृष्टि से सोने में निवेश किया जा सकता है। हालांकि, निवेश से पहले बाजार की स्थिति का सूक्ष्म विश्लेषण करना आवश्यक है। साथ ही, विभिन्न शहरों में उपलब्ध कीमतों की तुलना करके सबसे अनुकूल समय और स्थान पर खरीदारी करने की रणनीति अपनाई जा सकती है।
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव एक जटिल प्रक्रिया है, जो कई कारकों से प्रभावित होती है। स्थानीय करों से लेकर वैश्विक बाजार की गतिविधियों तक, सभी का प्रभाव सोने की कीमतों पर पड़ता है। 2025 में सोने के बाजार के प्रति विशेषज्ञों का दृष्टिकोण सकारात्मक है, जो इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है। निवेशकों को बाजार की गतिविधियों पर नजर रखते हुए, सोच-समझकर निवेश निर्णय लेने चाहिए।